; राष्ट्रपति के आगमन पर छोटे वाहनों के लिए रूट डायवर्जन की ऐसी रहेगी व्यवस्था
राष्ट्रपति के आगमन पर छोटे वाहनों के लिए रूट डायवर्जन की ऐसी रहेगी व्यवस्था

चारबाग रविन्द्रालय तिराहे से चारबाग रेलवे स्टेशन की ओर सामान्य यातायात नहीं जा सकेगा। बल्कि यह चारबाग छोटी लाइन तिराहे से बाएं होकर आ-जा सकेंगे। चारबाग रेलवे स्टेशन आरक्षण केन्द्र (स्कूटर स्टैण्ड) तिराहे से चारबाग रेलवे स्टेशन वीआईपी पोर्टिको की ओर सामान्य यातायात नहीं जा सकेगा।
चारबाग रेलवे स्टेशन टैक्सी स्टैंड तिराहे से यातायात चारबाग रेलवे स्टेशन वीआईपी पोर्टिको को ओर नहीं जा सकेगा। बल्कि यह चारबाग लाटूश रोड तिराहा होकर अपने गन्तव्य को जा सकेगा। चारबाग रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे कैब वे तिराहे से सामान्य यातायात चारबाग रेलवे स्टेशन वीआईपी पोर्टिको को ओर नहीं जा सकेगा, बल्कि यह छोटी लाइन तिराहा, नत्था होकर अपने गन्तव्य को जा सकेगा।
बन्दरिया बाग चौराहे से सामान्य यातायात राजभवन की ओर नहीं जा सकेगा बल्कि यह गोल्फ क्लव चौराहा या लालबहादुर शास्त्री तिराहा होकर अपने गन्तव्य को जा सकेगा। डीएसओ चौराहे से सामान्य यातायात राजभवन की ओर नहीं जा सकेगा, यह यातायात सिसेंडी तिराहा, होकर अपने गन्तव्य को जा सकेगा।

देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तीन दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश पहुंचे हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार महामहिम रविवार सुबह सबसे पहले अपने गांव परौंख पहुंचे। यहां उन्होंने पथरी देवी मंदिर में दर्शन किए और फिर गांव वालों का अभिनंदन करते हुए सभी को धन्यवाद दिया। इसके बाद राष्ट्रपति ने अपनी मातृभूमि को झुककर नमन किया और उसकी मिट्टी को माथे पर लगाया। राष्ट्रपति के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं।

बता दें कि राष्ट्रपति बनने के लगभग चार साल बाद रामनाथ कोविंद रविवार को पहली बार अपने पैतृक गांव परौंख पहुंचे। यहां उतरते ही उन्होंने अपनी मातृभूमि की मिट्टी को माथे लगाया और नमन किया। 

News Reporter
पंकज चतुर्वेदी 'नमामि भारत' वेब न्यूज़ सर्विस में समाचार संपादक हैं। मूल रूप से गोंडा जिले के निवासी पंकज ने अपना करियर अमर उजाला से शुरू किया। माखनलाल लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में परास्नातक पंकज ने काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारिता की और पंजाब केसरी के साथ काम करते हुए राष्ट्रीय राजनीति को कवर किया है। लेकिन मिट्टी की खुशबू लखनऊ खींच लाई और लोकमत अखबार से जुड़कर सूबे की सियासत कवर करने लगे। 2017 में पंकज ने प्रिंट मीडिया से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरफ रुख किया। उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित चैनल न्यूज वन इंडिया से जुड़कर पंकज ने प्रदेश की राजनीतिक हलचलों को करीब से देखा समझा। 2018 से मार्च 2021 तक जनतंत्र टीवी से जुड़े रहें। पंकज की राजनीतिक ख़बरों में विशेष रुचि है इसीलिए पत्रकारिता की शुरुआत से ही पॉलिटिकल रिपोर्टिंग की तरफ झुकाव रहा है। वह उत्तर प्रदेश की राजनीति की बारीक समझ रखते हैं।
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