; यात्रियों को किराये के कैशलेस लेनदेन हेतु डिजिटल कार्ड 'One UP One Card' की मिलेगी सुविधा
यात्रियों को किराये के कैशलेस लेनदेन हेतु डिजिटल कार्ड ‘One UP,One Card’ की मिलेगी सुविधा

नगर विकास मंत्री ने नगरीय परिवहन की बसों में ‘कॉमन मोबिलिटी कार्ड‘ सेवा की शुरूआत की

यात्रियों को किराये के कैशलेस लेनदेन हेतु डिजिटल कार्ड ‘One UP One Card’ की मिलेगी सुविधा

इस कार्ड के माध्यम से टिकट क्रय करने पर यात्रियों को 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी

सर्वप्रथम लखनऊ में नगरीय परिवहन की सभी सीएनजी, डीजल, इलेक्ट्रिक की 270 बसों में इस सुविधा का लाभ मिलेगा

प्रदेश के सभी बड़े शहरों में इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा

कार्ड को प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से भी जोड़ने के लिए मोबिल्टी ऐप बनाने का सुझाव दिया

नगर विकास मंत्री ने डिजिटल कार्ड को टिकटिंग मशीन में स्वाइप कर अपना टिकट प्राप्त कर ‘संगम‘ हॉस्टल से बस में बैठकर एनेक्सी एवं विधानसभा के सामने से होते हुए राजभवन चौराहे के आगे तक लगभग 03 किलोमीटर की यात्रा की

मंत्री ने इस यात्रा से लखनऊवासियों को अधिक से अधिक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने का संदेश दिया
लखनऊ नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढाते हुये आज नगरीय परिवहन की बसों में किराये के कैशलेस लेनदेन हेतु यात्रियों को डिजिटल कार्ड उपलब्ध कराने तथा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए ‘कॉमन मोबिलिटी कार्ड‘ का शुभारभ कार्ड को टिंकटिंग मंशीन में स्वाइप कर किया। इसके के लिए उन्होंने डिजिटल कार्ड ‘One UP One Card‘ की लाचिंग की। इस कार्ड के माध्यम से यात्री किराये का भुगतान कैशलेस कर सकेंगे। इस कार्ड के माध्यम से टिकट क्रय करने पर यात्रियों को 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह कार्ड प्रीपेड होगा और निःशुल्क दिया जायेगा।


नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा ने आज जल निगम के फील्ड हॉस्टल ‘संगम‘ में नगीरय बसों में कैशलेस लेनदेन हेतु इस डिजिटल कार्ड के शुभारम्भ पर कहां की सर्वप्रथम लखनऊ में संचालित नगरीय परिवहन की सभी सीएनजी, डीजल, इलेक्ट्रिक की 270 बसों में इस सुविधा का लाभ मिलेगा। इसके पश्चात प्रदेश के 13 अन्य बड़े शहरों में भी इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज रेहड़ी-पटरी वाले, वेण्डर, समोसा चाय बनाने वाले भी डिजिटल पेमेंट के माध्यम से लेनदेन कर रहे हैं, नगरीय परिवहन में यह व्यवस्था लागू करने से लोगों को फायदा ही होगा। उन्होंने कहा कि इसका व्यापक उपयोग लोग कर सके, चाहे माल हो व मेट्रो या अन्य स्थान इसके लिए आगे इसे नेशनल मोबिलिटी कार्ड के आने पर उससे संबद्ध किया जाएगा और इसे हॉलिस्टिक बनाया जाएगा। उन्होंने इस सुविधा को नगर के टेंपो, टैक्सी, ई-रिक्शा तक ले जाने तथा कम दूरी तक के लिए भी इस सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने हेतु प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से भी जोड़ने के लिए मोबिल्टी ऐप बनाने का भी सुझाव दिया, जिससे नगरवासियों को अपने निजी वाहनों को कम निकालना पड़े और इस कार्ड के माध्यम से उन्हें अपने गंतव्य तक परिवहन की सुविधा भी आसानी से मिल जाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक परिवहन के बेहतर होने से लोगों को जाम, प्रदूषण, शोरगुल आदि की समस्याओं से भी मुक्ति मिलेगी। साथ ही वातावरण भी शुद्ध रहेगा। आने वाले समय में शहरवासियों को इसके प्रयोग का बेहतर अनुभव मिलेगा।

उन्होंने कहा कि अभी इस कार्ड में 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी। आगे मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में महिलाओं और विद्यार्थियों को अलग से और ज्यादा छूट प्रदान करने की मंशा है। उन्होंने बसों में, बस स्टेशनों में तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों में इसका प्रचार प्रसार कराने को कहा। यह कार्ड बस में कंडक्टर से तथा बस स्टेशनों में भी मिलेगा। एक बार चार्ज खत्म होने पर ऑनलाइन चार्ज की व्यवस्था रहेगी,जो की बसों में भी उपलब्ध रहेगी।
लखनऊ की कमिश्नर डॉक्टर रोशन जैकब ने नगरीय परिवहन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि शहर में ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को शहर के अंदर तथा सीएनजी बसों को शहर के बाहर मोहनलालगंज, दुबग्गा मलिहाबाद के क्षेत्र में चलाया जा रहा। लखनऊ में मेट्रोपॉलिटन व्यवस्था के तहत ही बसों का संचालन किया जा रहा। यह भी प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी रूट में यात्री को 03 से 05 मिनट से ज्यादा की प्रतीक्षा न करनी पड़े। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में 88 हज़ार किमी बसे चली। वर्ष 2022-23 में 1.08 करोड़ किमी बसे चली। किराया भी 19 रुपए से बढ़कर 24 रुपए किया गया। बसों का लोड फैक्टर 59 से बढ़कर 70 हो गया है। प्रति बस 121 से बढ़कर 157 किमी अब चल रही। यात्रियों की संख्या भी 87 लाख से बढ़कर 1.40 करोड़ तक हो गई है। कल एक दिन में यात्रियों के यात्रा करने की संख्या 44 लाख थी।
नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा तथा राज्य मंत्री राकेश राठौर ‘गुरू‘ ने परिचालक द्वारा दिए गए डिजिटल कार्ड को टिकटिंग मशीन में स्वाइप कर अपना टिकट प्राप्त किया और जल निगम फील्ड हॉस्टल ‘संगम‘ से बस में बैठकर एनेक्सी एवं विधानसभा के सामने से होते हुए राजभवन चौराहे के आगे तक लगभग 03 किलोमीटर की यात्रा इलेक्ट्रिक बस से अधिकारियों, एचडीएफसी के कार्मिको तथा पत्रकारों के साथ की। उन्होंने अपनी इस यात्रा से लखनऊवासियों को अधिक से अधिक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने का भी संदेश दिया।
वर्तमान में प्रदेश के 14 शहरों लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, आगरा मथुरा-वृन्दावन, शाहजहाँपुर, बरेली मुरादाबाद, गाजियाबाद, अलीगढ़, गोरखपुर एवं झाँसी में नगरीय परिवहन निदेशालय द्वारा एस.पी.वी. के माध्यम से इलेक्ट्रिक व सी.एन.जी. नगरीय बसों का संचालन कराया जा रहा है। नगरीय परिवहन निदेशालय द्वारा एच.डी.एफ.सी. बैंक के सहयोग से इस कार्ड का संचालन किया जा रहा है। यह कार्ड एसपीवी द्वारा निर्धारित काउन्टर्स से एवं बसों में परिचालकों द्वारा निर्गत किये जायेंगे। डिजिटल कार्ड के लिए यात्रियों द्वारा रजिस्ट्रेशन ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से भी किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त संबंधित एस.पी.वी. में संचालित काउन्टर्स पर भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध होगी।
कॉमन मोबिलिटी कार्ड के रजिस्ट्रेशन हेतु पोर्टल का लिंक संबंधित एस.पी.वी. एवं नगरीय परिवहन निदेशालय के वेबसाईट www.uputd.gov.in से लिंक रहेगा। कॉमन मोबिलिटी कार्ड का रिचार्ज ऑनलाईन पोर्टल एवं बसों पर परिचालकों द्वारा ई.टी एम. के माध्यम से तथा एस.पी.वी. के अधीनस्थ संचालित काउन्टर्स से भी किया जा सकेगा।
कार्यक्रम में सचिव नगर विकास अजय कुमार शुक्ला, निदेशक नगरीय परिवहन निदेशालय एवं विशेष सचिव डॉ. राजेन्द्र पैंशिया, संयुक्त निदेशक जयदीप वर्मा, सहायक निदेशक ए0के0 सिंह तथा एचडीएफसी के कार्मिक कुंवर संतोष सिंह, अनुभव मिधा, वैभव श्रीवास्तव, मनु कौहली, अर्म्रिता सिंह, पल्लवी सिंह उपस्थित रही।

News Reporter
मोहित शुक्ला, उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में रहते हैं और नमामि भारत में जर्नलिस्ट हैं।और पिछले 5 सालों से कृषि क्षेत्र में पत्रकारिता कर रहे हैं. इससे पहले वो गाँव कनेक्शन में भी पत्रकारिता कर चुके हैं। कृषि और इनवायरमेंट उनका पसंदीदा क्षेत्र है।
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