; अखिल भारतीय संत समिति ने पीओके स्थित शारदा तीर्थयात्रा के पुन: खोलने की उठाई माँग
अखिल भारतीय संत समिति ने पीओके स्थित शारदा तीर्थयात्रा के पुन: खोलने की उठाई माँग

अखिल भारतीय संत समिति, विभिन्न धार्मिक संगठनों और मठों के एक समूह ने आज नई दिल्ली में पीओके स्थित शारदा शक्तिपीठ तीर्थयात्रा के पुन: खोलने की आवाज़ उठाई। पिछले 70 सालों से बंद शारदा तीर्थयात्रा को फिर से खोलने के लिए सेव शारदा कमेटी कश्मीर के प्रयासों की सराहना करते हुए समिति प्रमुख स्वामी हंसानंद ने कहा कि यह मुद्दा उचित स्तर पर उठाया जाएगा। समिति ने हिंदू समाज से संबंधित मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए आज नई दिल्ली में कंस्टीट्यूशनल क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया था।

काशी मठ के स्वामी जितेंद्रनाथ ने अपने उद्बोधन में सेव शारदा समिति के प्रमुख और संस्थापक रविंदर पंडिता को उनके संघर्ष के लिए सराहना की और धन्यवाद दिया । एक बयान में समिति के संस्थापक और प्रमुख रविंदर पंडिता ने कहा कि उनके प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में जम्मू कशमीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की थी और पीओके के नीलम जिले में स्थित शारदा पीठ समेत एलओसी के तमाम धार्मिक स्थानों को फिर से खोलने के लिए समिति द्वारा किए गए हालिया प्रयासों से उन्हें अवगत कराया था। जिसके बाद महबूबा ने यह मुद्दा पीएम के समक्ष भी रखा है।

समिति के संस्थापक रविंदर पंडिता ने जम्मू-कश्मीर के निवासियों के लिए पीओके की यात्रा के लिए एलओसी परमिट में संशोधन की आवश्यकता की बात कही। उन्होंने मांग की कि विदेश मंत्रालय को हर साल लाहौर में नानकाना साहिब जाने वाले सिखों की तर्ज पर तीर्थयात्रा शुरू करने के लिए पाकिस्तान में अपने समकक्षों के साथ इस मामले को तुरंत बात किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि शारदा शक्तिपीठ जो हिंदू धर्म की शिक्षा की मूल है की अंतिम यात्रा 1947 में कश्मीर के महान संत स्वामी नंद लाल जी ने की थी, जो विभाजन से पूर्व  शारदा में ही रहते थे।

शारदा

रविंदर पंडिता ने यह भी बताया कि हाल ही में सेव शारदा समिति को एजेके की सुप्रीम कोर्ट से एक आदेश प्राप्त हुआ है, जिसमें अदालत ने पूरे देश में हिंदुओं और शंकरचार्य मठों का सर्वोच्च पीठ शारदा पीठ के संरक्षण पर पिछले निर्णयों को उजागर किया है। पीएमओ के माध्यम से भारत सरकार ने इस साल जनवरी में सेव शारदा समिति को आश्वस्त भी किया है कि शारदा पीठ के लिए एक प्रतीकात्मक यात्रा इस वर्ष 3-4 तीर्थयात्रियों के लिए विशेष वीज़ा पर आयोजित की जानी चाहिए।

सेव शारदा कमेटी कश्मीर एक समिति है जो हर साल सिखों द्वारा पाकिस्तान लाहौर में नानकाना साहिब यात्रा की तर्ज  पर पीओके स्थित शारदा शक्तिपीठ तीर्थयात्रा के पुन: खोलने पर काम कर रहा है।

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