उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अभी तक महिला सुरक्षा को लेकर लगातार तमाम दावे करती आयी है जिसके लिए पुलिस अधिकारियों को भी कड़े निर्देश दिए गये हैं लेकिन यूपी में महिला सबंधी अपराध रुकने का नाम नही ले रहे हैं। वही वह पुलिस अधिकारी जिनके ऊपर इन अपराधों पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी वह पीड़ित महिलाओं और नाबालिक लड़कियों से इतनी अभद्रता करते हैं जिससे पुलिस के साथ साथ सरकार की भी छवि खराब हो रही है।
ताजा मामला सीतापुर जनपद के थाना खैराबाद क्षेत्र के ग्राम रहीमाबाद गांव से सामने आया है जहाँ बीती 26 मई को रात 9 बजे के करीब अपने घर से शौंच के लिए निकली 16 वर्षीय नाबालिक युवती को गांव के रहने वाले 4 दबंगो ने उठा लिया और उसे खेत मे ले गये जहाँ आरोपी 2 दबंगो ने बारी बारी से लड़की के साथ बलात्कार किया जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गये।
नाबालिक पीड़िता ने अपने घर जाकर माँ को अपनी आपबीती बताई जिसके बाद दबंगो द्वारा की गयी हैवानियत पर इंसाफ की आस में पीड़िता अपनी माँ के साथ खैराबाद थाने की मछरेहटा चुंगी पुलिस चौकी पहुँची जहाँ मौके पर बैठे चौकी प्रभारी और सिपाही ने पीड़िता के साथ जो अभद्र व्यवहार किया जो खाकी के साथ साथ इंसानियत को भी शर्मशार करने वाला था। पीड़िता का आरोप है की पुलिस कर्मियों ने पीड़िता से गन्दी गन्दी गालियाँ देते हुए कहा तुम जो आरोप लगा रही हो वह झूठ है तुम अपने आप अपने कपड़े फाड़ कर आयी हो और निर्दोष लोगों को फँसा रही हो।
यही नही पुलिसवालों ने कहा अगर रेप हुआ है तो तुम अपने कपड़े खोल कर दिखायो हम देखेंगे की रेप हुआ है की नही। पुलिस कर्मियों की मांग ना पूरी होने पर पीड़िता और उसकी माँ को वहा से भगा दिया। जिसके बाद पीड़िता अपनी माँ के साथ थाने पहुँची जहाँ पीड़िता का प्रार्थना पत्र भी फाड़ दिया गया साथ ही पुलिस कर्मियों ने पीड़िता की माँ को गालिया देते हुए कहा की अपनी बेटी को लेकर भागो नही तो महिला पुलिस कर्मियों से तुमको भी पिटवा देंगे।
पुलिस से न्याय ना मिलता देख पीड़िता अपनी माँ के साथ बीते 6 दिनों से जिलाधिकारी कार्यालय के पास धरना स्थल पर धरने पर बैठी है जहाँ बीते 6 दिनों में पीड़िता की आपबीती सुनने कोई भी अधिकारी नही आया आज जब मीडिया में मामला सामने आया जिसके बाद सीओ सिटी योगेंद्र सिंह ने बताया पीड़िता की तहरीर ली जा रही है मामले की जांच करके दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।