![रामदास की कविता पर पीएम मोदी समेत सभी नेता ठहाके लगाकर हंस पड़े](https://www.namamibharat.com/wp-content/uploads/2018/08/hari-795x385.jpg)
तृप्ति रावत/ गुरुवार को संसद के मानसून सत्र का 16वां दिन है। इसी सत्र के बीच जदयू के राज्यसभा सदस्य हरिवंश नारायण सिंह की जीत के बाद पीएम मोदी समेत तमाम दलो के नेता ने उन्हें जीत की बधाई दी। लेकिन आरपीआई के सांसद रामदास अठवाने ने कुछ अलग ही अंदाज में हरिवंश को उपसभापति चुने जाने पर बधाई दी। जिसको लेकर पूरा सदन ठहाके लगाने लगा, यहां तक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी हंसी रोक नही पाएं।
रामदास अठवाने ने एक कविता सुनाई जो कुछ इस प्रकार से था, ‘हरिवंश को RPI के तरफ से देता हूं शुभेच्छा, हाउस को अच्छा चलाओ यही है इच्छा। मैं हमेशा करता रहूंगा उनका पीछा, इसलिए दे रहा हूं आपको शुभेच्छा। आगे अठावने ने कहा, ‘मोदी जी ने हरिवंश को दे दिया है मौका, लेकिन हरिप्रसाद को कांग्रेस ने दे दिया है धोखा।’
लेकिन आगे भी अठावने की कविता जारी रही। उन्होंने कहा, ‘इस चुनाव में दोनों ही थे हरि, हार गया प्रसाद हरि, चुनकर आ गया वंश हरि। ‘आरपीआई सांसद ने कहा कि आप चुनकर आ गए हैं। मैं हमेशा चेयरमैन साहब से डरता हूं, इसीलिए आपका समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा कि दलित समाज और अपनी पार्टी की ओर से आपको बधाई देता हूं।
हरिवंश को विपक्ष की ओर से कांग्रेस के उम्मीदवार बी के हरिप्रसाद को मिले 105 मतों के मुकाबले 120 मत मिले। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम वैंकेया नायडू ने सदन पटल पर आवश्यक दस्तावेज रखवाने के बाद उपसभापति पद की चुनाव प्रक्रिया शुरू करवायी। हरिवंश के पक्ष में 125 और हरिप्रसाद के पक्ष में 105 मत पड़े। मतदान में दो सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया।
सदन में कुल 232 सदस्य मौजूद थे. हरिवंश के पक्ष में जदयू के आर सी पी सिंह, भाजपा के अमित शाह, शिव सेना के संजय राउत और अकाली दल के सुखदेव सिंह ढींढसा ने प्रस्ताव किया। वहीं हरिप्रसाद के लिये बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, राजद की मीसा भारती, कांग्रेस के भुवनेश्वर कालिता, सपा के रामगोपाल यादव और राकांपा की वंदना चव्हाण ने प्रस्ताव पेश किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेडीयू सांसद हरिवंश को जीत पर बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि आज अगस्त क्रांति दिवस और इसमें बलिया का अहम योगदान रहा है और हरिवंश भी उसी भूमि से आते हैं। पीएम ने कहा कि चकाचौंध को छोड़कर हरिवंश ने सादा जीवन जिया है, और उन्हें पत्रकारिता के मजबूत लोगों के साथ काम करने का अनुभव है।