तृप्ति रावत/राजधानी दिल्ली के बुराड़ी के संत नगर में रविवार सुबह आज एक घर से 11 लाशें रस्सी से लटकी मिलने पर हड़कंप मच गया है। इन लाशों में 7 महिलाएं और 4 पुरुष हैं। संदिग्ध हालत में पड़ी इन लाशों के हाथ पैर बंधने के साथ-साथ कुछ लोगों की आंखों पर पट्टी भी बंधी हुई मिली है हालांकि इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है।
मृतकों में 75 साल की एक बुजुर्ग महिला का शव फर्श पर पड़ा हुआ था। दो मृतक नाबालिग हैं। बताया जा रहा है कि 75 साल की नारायण घर की मुखिया थीं। उनके दो बेटे थे, बड़ा बेटा 46 साल का भूपी और छोटा 42 साल का ललित। उनकी 60 साल की विधवा बेटी और 30 साल की नातिन भी साथ रहती थी।
बड़े बेटे भूपी की 42 साल की पत्नी थी। भूपी की दो बेटियां और एक 12 साल का बेटा था। जबकि ललित की 38 साल की पत्नी और 12 साल का बेटा भी था। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली बीजेपी के प्रमुख मनोज तिवारी ने घटनास्थल का दौरा किया है।
हंसते-खेलते पूरे परिवार के इस तरह से खत्म होने पर हर कोई हैरान है। पड़ोसियों को यकीन नहीं हो रहा क्योंकि पड़ोसियों ने परिवार को लड़ते झगड़ते नहीं देखा। कभी घर से शोर-शराबे की आवाजें नहीं आई। कभी परिवार को लोगों को बदतमीजी करते नहीं देखा। आस-पड़ोस से कोई दुश्मनी नहीं थी। किसी से कोई दुश्मनी की खबर भी नहीं थी।
दरअसल, पूरा परिवार बुराड़ी में पिछले 23 सालों से रहता था। दोनों भाइयों की दुकानें थी। एक भाई परचून की दुकान चलाता था, जबकि दूसरा प्लाइवुड का धंधा करता था। सुबह-सुबह 6 बजे जब परचून की दुकान नहीं खुली तो पड़ोसी घर पहुंची, और जब खिड़की से अंदर झांका तो उसके होश उड़ गए। एक साथ पूरे परिवार की मौत से हर कोई हैरान है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को सुबह साढ़े सात बजे शवों की सूचना मिली। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि यह सामूहिक हत्या का मामला है या सामूहिक आत्महत्या का। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस घटनास्थल का मुआयना कर रही है।