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इन मैडम को गप्प मारने, मोबाइल चलाने और धूप सेकने के मिलते हैं 89 हजार महीना

सोशल मीडिया पर कई ऐसे वायरल वीडियो आते हैं जिन्हे देख कर यकीन नहीं होता है। कई वीडियोस को देख कर लगता है कि हकीकत में ऐसा हुआ होगा? ऐसी ही एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रही है। अपने काम के दम पर पहचाने जाने वाले राजस्थान कैडर के आईएएस डॉ. समित शर्मा का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो सरकारी स्कूल के औचक निरीक्षण का है।

जिसने भी यह वीडियो देखा है यह देख कर दंग रह गया है। निरीक्षण के बाद स्कूल स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई भी की गई। यहां टीचर 89 हजार रुपए तक की तनख्वाह हर माह पाने के बावजूद बच्चों को पढ़ाने की बजाय गप्प मारते, मोबाइल चलाते और धूप सेंकते मिले।

उनकी वीडियो ने कई शिक्षकों की आँखे खोल दी हैं। शिक्षक सही से नहीं पढ़ाते हैं। आईएएस डॉ. समित शर्मा जोधपुर वर्तमान में जोधपुर के संभागीय आयुक्त ​हैं। वे अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अरुा पुरोहित के साथ जोधपुर से जालौर के दौरे पर जा र​​हे थे। सुबह करीब 8 बजकर 25 मिनट रास्ते में पाली के जिले रोहट इलाके में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सिणगारी में औचक निरीक्षण करने पहुंच गए।

निरीक्षण के बाद जो हुआ उसने सरकारी शिक्षकों की पोल खोल दी। मोटी सैलरी लेने वाले शिक्षक काम पतला करते हैं, यानी कि पढाई कम करवाते हैं खुद मौज ज़्यादा करते हैं। निरीक्षण के दौरान पता चला कि सिणगारी के राउमावि में 16 के स्टाफ में से महज 5 अध्यापक मौजूद मिले। ये भी धूप सेंकते, मोबाइल चलाते और गप्प मारते मिले।

News Reporter
पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाली निकिता सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से ताल्लुक रखती हैं पिछले कुछ सालों से परिवार के साथ रांची में रह रहीं हैं और अब देश की राजधानी दिल्ली में अपनी सेवा दे रहीं हैं। नेशनल ब्रॉडकास्टिंग अकादमी से पत्रकारिता में स्नातक करने के बाद निकिता ने काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के न्यूज़ पोर्टल्स में काम किया। उन्होंने अपने कैरियर में रिपोर्टिंग से लेकर एंकरिंग के साथ-साथ वॉइस ओवर में भी तजुर्बा हासिल किया। वर्त्तमान में नमामि भारत वेब चैनल में कार्यरत हैं। बदलती देश कि राजनीती, प्रशासन और अर्थव्यवस्था में निकिता की विशेष रुचि रही है इसीलिए पत्रकारिता की शुरुआत से ही आम जन मानस को प्रभावित करने वाली खबरों पर पैनी नज़र रखती आ रही हैं। बेबाकी से लिखने के साथ-साथ खाने पीने का अच्छा शौक है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में योगदान जारी है।
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