; जब बाॅर्डर पर भिड़ रहे थे जवान मोदी सरकार ने चीन से लिया 9202 करोड़ का कर्ज
जब बाॅर्डर पर भिड़ रहे थे जवान मोदी सरकार ने चीन से लिया 9202 करोड़ का कर्ज

नई दिल्ली, 16 सितंबर, 2020 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी योजनाओं के नाम पर चीन से करोड़ों रुपए कर्ज लेकर देश को बेच रहे हैं। चीन ने 15 जून 2020 को हमारे सैनिक मारे और 19 जून को नरेंद्र मोदी की सरकार ने चीन से पहले 5521 करोड़ रुपए का कर्ज लिया, इसके कुछ दिनों बाद 3681 करोड़ रुपए का दूसरा कर्ज लिया, जो अब तक कुल 9202 करोड रुपए कर्ज ले चुके हैं। चीन पहले छोटे-छोटे देशों को बुनियादी सुविधाओं के नाम पर कर्ज देकर अपना कर्जदार बनाता है और फिर उनकी संपत्ति पर कब्जा कर लेता है। चीन ने दुनिया भर की जीडीपी का करीब 6 प्रतिशत के बराबर कर्ज दूसरे देशों को दिया है। चीन, भारत में इस साल 3 खरब यूएस डाॅलर निवेश करना चाहता है। चीन, भारत में रेल व रोड प्रोजेक्ट, चेन्नई में पेरिफेरल रोड प्रोजेक्ट, दिल्ली रैपिड रेल प्रोजेक्ट, मुम्बई मेट्रो रेल प्रोजेक्ट और हरियाणा में बाईपास प्रोजेक्ट में निवेश कर रहा है। आज देश के सामने ऐसा वक्त आ गया है, जब हम अपनी पार्टियों और अपने नेताओं के बारे में न सोच कर सिर्फ देश के बारे में सोचें। यह बातें आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आज पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहीं।

चीन ने करीब 1000 वर्ग किलोमीटर भारतीय जमीन पर कब्जा कर रखा है- सौरभ भारद्वाज

आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले 2 सालों से चीन धीरे-धीरे करके भारत की जमीन को कब्जाता जा रहा है। पहले डोकलाम के भीतर चीन ने कब्जा किया और इस साल 8 मई से लगातार खबरें आ रही हैं कि चीन गलवान घाटी के भीतर लगातार भारतीय जमीन पर कब्जा करता जा रहा है। ऐसी खबरें सुनने में आ रही है लगभग 1000 वर्ग किलोमीटर भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा कर रखी है।

उन्होंने कहा कि 15 जून की घटना हम सभी को मालूम है, जब चीन ने भारत के दर्जनों सैनिकों को कील लगे डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था, न केवल जवानों को, बल्कि फौज के आला अधिकारियों को इस तरह से पीट-पीटकर मारा गया। उन्होंने कहा कि आज देश के सामने एक ऐसा वक्त आ खड़ा हुआ है कि जब हम सभी अपनी-अपनी पार्टियों और अपने अपने नेताओं के बारे में न सोच कर सिर्फ और सिर्फ देश के बारे में सोचें।

जिस समय चीन हमारे सैनिकों को मौत के घाट उतार रहा था, उस समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कटोरा लेकर चीन से भीख मांग रहे थे- सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 15 जून को हमारे सैनिकों पर चीन ने हमला किया और अस्पताल से रोजाना खबरें आ रही थी कि आज एक और सैनिक ने दम तोड़ा, आज एक और सैनिक शहीद हुआ। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही शर्म की बात है कि जिस समय चीन हमारे सैनिकों को मार रहा था, ऐसे समय में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी चीन के आगे कटोरा लेकर भीख मांग रहे थे। कुछ आंकड़े प्रस्तुत करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि 15 जून को चीन ने भारतीय सैनिकों पर हमला किया और 19 जून को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने चीन से 5521 करोड रुपए का लोन लिया। सिर्फ यही नहीं, कुछ दिनों बाद नरेंद्र मोदी जी ने चीन से एक और लोन लिया। इन दोनों लिए गए लोन की कीमत को मिलाकर नरेंद्र मोदी जी ने चीन से लगभग 9202 करोड रुपए का लोन लिया। पुराने जमाने की प्रथा का उदाहरण देते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब किसी गांव में चालाक साहूकार को किसी परिवार को बर्बाद करना होता था, तो वह उस घर के नालायक बेटे को उधार दे दिया करता था और धीरे-धीरे करके उस परिवार की सारी जमीन पर, सारी संपत्ति पर कब्जा कर लिया करता था। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में चीन वही कूटनीति अपना रहा है। इस संबंध में आपको सोशल मीडिया पर हजारों ऐसे आर्टिकल मिल जाएंगे जो इस बात को सत्यापित करते हैं, कि आज के समय में चीन का यदि सबसे बड़ा हथियार कोई है तो वह है चीन की डेब्ट ट्रैप डिप्लोमेसी पॉलिसी। अर्थात कर्ज देकर किसी देश को अपने चंगुल में इस तरह से फंसा लेना कि फिर वह आपके तमाम आदेशों, तमाम नीतियों के सामने घुटने टेक दे।

नरेंद्र मोदी को भगवान समझने वाले लोगों को चीन की डेब्ट ट्रैप डिप्लोमेसी पॉलिसी जरूर पढ़ना चाहिए- सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने मीडिया के माध्यम से तमाम उन लोगों से अपील की जो लोग नरेंद्र मोदी जी को भगवान समझते हैं। उन्होंने कहा कि कम से कम एक बार सोशल मीडिया पर जाकर चीन की इस डेब्ट ट्रैप डिप्लोमेसी पॉलिसी के बारे में जरूर पढ़ें। यह चीन की एक नई कूटनीति है, जिसके तहत चीन पहले छोटे-छोटे देशों को इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर लोन देता है, उन्हें अपना कर्जदार बनाता है और फिर बाद में उनकी संपत्ति पर अपना अधिकार स्थापित कर लेता है। इस प्रकार से चीन दुनिया के देशों को कर्ज के जाल में फंसाता जा रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग दुनिया की कुल जीडीपी के 6 प्रतिशत के लगभग चीन ने कई अन्य देशों को कर्ज दे रखा है। इस प्रकार से कर्ज देने के लिए चीन द्वारा स्थापित किए गए एआईआई बैंक की जानकारी देते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग की बहुत समय पहले से यह मंशा थी। 2013 में चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने इस प्रकार का एक बैंक स्थापित करने की मंशा जताई थी, जिसके अंदर चाइना का शेयर सबसे अधिक होगा। उन्होंने बताया कि 2016 में भारत चीन के इस प्रस्ताव पर सहमत हुआ और जनवरी 2016 में इस बैंक की स्थापना की गई।

देश की तमाम बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए चीन भारत को उधार पैसा दे रहा है- सौरभ भारद्वाज

एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि चीन एआईआई बैंक तथा अन्य कई चीनी बैंकों के माध्यम से इस साल भारत में 3 खरब यूएस डॉलर का निवेश करना चाहता है। उन्होंने बताया कि चाइना भारत में रेल परियोजना में निवेश कर रहा है, सड़क परियोजना में निवेश कर रहा है, चेन्नई के पेरिफेरल सड़क परियोजना में निवेश कर रहा है, दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल परियोजना में निवेश कर रहा है, मुंबई मेट्रो परियोजना में निवेश कर रहा है, हरियाणा बाईपास सड़क परियोजना में निवेश कर रहा है, अर्थात देश की तमाम बड़ी बड़ी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए चीन भारत को उधार पैसा दे रहा है। श्रीलंका का उदाहरण देते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि ऐसे कई देश है, जहां पर चीन ने पहले बड़ी बड़ी परियोजनाओं में निवेश किया और बाद में उन की परियोजनाओं को, उनकी जमीन को कब्जा लिया। उन्होंने बताया कि चीन ने श्रीलंका को बंदरगाह और हवाई अड्डा बनाने के लिए पैसा उधार दिया था। निवेश की शर्तें बेहद ही टेढ़ी होने के कारण श्रीलंका ऋण का भुगतान नहीं कर पाया और आज श्रीलंका का बंदरगाह और हवाई अड्डे पर चीन का कब्जा है। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही गंभीर बात है और इस वजह से भारत, जापान और अमेरिका में एक भय बना हुआ है कि चीन युद्ध के लिए न केवल अपने, बल्कि श्रीलंका के हवाई अड्डे का भी इस्तेमाल कर सकता है। उन्होंने बताया कि केवल श्रीलंका ही नहीं, इसी प्रकार से चीन ने पाकिस्तान, मालद्वीप, मलेशिया, तजाकिस्तान, मंगोलिया और कुछ ही दिनों पहले चीन ने लाओस को इसी प्रकार से उधार पैसा देकर घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने जी न्यूज द्वारा अपनी सोशल वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि इस खबर में साफ तौर पर यह बताया गया है कि किस प्रकार से चीन ने लाओस को कर्ज देकर फंसाया और आज लाओस की पाॅवर ग्रिड पर चीन का कब्जा है।

भाजपा समर्थकों से विनती है, यह वक्त किसी व्यक्ति से प्रेम करने का नहीं, बल्कि देश से प्रेम करने का है- सौरभ भारद्वाज

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और पाकिस्तान भारत की बात नहीं सुनता है। चीन द्वारा दिए गए कर्जे में डूब कर आज यह सभी देश चीन की बात मानने के लिए विवश हो गए हैं, इन सभी देशों ने चीन के आगे घुटने टेक दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही चिंता की बात है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश को उसी गड्ढे में धकेल रहे हैं। प्रधानमंत्री जी तो कुछ साल बाद सत्ता से चले जाएंगे, परंतु देश को बेच जाएंगे। मीडिया के माध्यम से अपील करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं तमाम भाजपा के समर्थकों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि यह वक्त किसी व्यक्ति से प्रेम करने का नहीं है, यह वक्त देश से प्रेम करने का है। आप अपनी सरजमीं से प्रेम करो, अपने देश से प्रेम करो, भारत माता से प्रेम करो। आज हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अपनी योजनाओं के नाम पर चीन से कर्जा लेकर देश को चीन के हाथ बेच रहे है  

News Reporter
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