; क्राउड फंडिंग विवाद : कांग्रेस नेताओं की तस्वीरों पर खड़े हो रहे सवाल
क्राउड फंडिंग विवाद : कांग्रेस नेताओं की तस्वीरों पर खड़े हो रहे सवाल

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने कोरोना काल के दौरान बेसहारा हुए गरीबों की मदद के लिए क्राउडफंडिंग की शुरुआत की है. मीडिया कोऑर्डिनेटर की इस मुहिम पर सवाल खड़े होने लगे हैं. ललन कुमार ने अपनी इस मुहिम के लिए पार्टी के बड़े नेताओं सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू की तस्वीरों का इस्तेमाल किया है.

ललन कुमार की यह मुहिम उनकी निजी मुहिम न होकर पार्टी की मुहिम लोगों को नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में मीडिया एंड कम्युनिकेशन के संयोजक ललन कुमार का यह पोस्टर उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. ललन कुमार की तरफ से दिए गए इस विज्ञापन के जरिए क्राउड फंडिंग की जा रही है.

क्राउड फंडिंग के लिए ललन कुमार ने बकायदा बैंक का नाम, अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड साथ दिया है. यह क्राउड फंडिंग जरूरतमंदों की मदद के लिए हो रही है. इससे मिले फंड से सैनिटाइजेशन ड्राइव को चलाया जाएगा. साथ ही गरीब तबके तक राशन पहुंचाया जाएगा.

निजी मुहिम बनी पार्टी की मुहिम

ललन कुमार की यह मुहिम निजी है लेकिन इस मुहिम में शामिल होने के लिए दिए गए विज्ञापन में कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिन्ह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू की तस्वीरें लगाई गई हैं. बवाल इसी पार्टी के चुनाव चिन्ह और पार्टी नेताओं की तस्वीरों को लेकर खड़ा हो गया है.

इस संबंध में ललन कुमार से जब सवाल किए गए तो उन्होंने साफ कहा कि यह उनकी निजी मुहिम है लेकिन वह हमेशा से ही कांग्रेस के सच्चे सिपाही रहे हैं. जब भी कोई जनहित का काम किया है, गरीबों में राशन बांटने की बात हो या फिर टी-शर्ट उसमें राहुल जी और प्रियंका जी की तस्वीरें लगाई हैं.

इसी पोस्टर की वजह से विपक्ष के निशाने पर है कांग्रेस

ललन कुमार ने साफ कहा लोगों की मदद करने पर ही यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास पर उंगली उठाई गई थी. जांच हुई कुछ नहीं निकला. मैंने पारदर्शिता के साथ मदद करने के लिए ही बैंक खातों को सार्वजनिक किया है, जिससे जब भी कोई मददगार हिसाब लेना चाहे तो उसको दिया जा सके.

प्रदेश अध्यक्ष को नहीं है जानकारी!

वहीं दूसरी तरफ ललन कुमार के तरफ से जारी किए गए इस पोस्टर पर प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू ने कहा कि उनको इसकी जानकारी नहीं है. वह अपने क्षेत्र में हैं. लखनऊ लौटेंगे तो जानकारी जरूर लेंगे. लेकिन बीजेपी प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने आरोप लगाया कि लोगों के दर्द को बेचकर झोली भरना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति रही है, यह वही काम कर रहे हैं.

कांग्रेस पर हमलावर विपक्ष

उन्होंने कहा कि मोदी जी राशन बांट रहे हैं और कांग्रेस भाषण दे रही है. जहां-जहां कांग्रेस पार्टी की सरकार है, वहां के हालात भयावह रहे. पार्टी के नेताओं को अपनी राज्यों की बदहाली नहीं दिखाई पड़ रही है. लोगों के दर्द में अपनी झोली भरना कांग्रेस की संस्कृति है और यह उसी संस्कृति का उदाहरण है.

वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विनोद मिश्रा ने आरोप लगाया कि जब ललन कुमार प्रदेश मीडिया कोऑर्डिनेटर हैं तो इसकी जानकारी प्रदेश अध्यक्ष को जरूर होनी चाहिए. यह सब की मिलीभगत है. पार्टी के बड़े नेताओं के नाम पर यह क्राउडफंडिंग गलत है. पार्टी के बड़े नेताओं की तस्वीर लगा कर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है. यह निजी मुहिम को पार्टी की मुहिम बताने की कोशिश है.

News Reporter
पंकज चतुर्वेदी 'नमामि भारत' वेब न्यूज़ सर्विस में समाचार संपादक हैं। मूल रूप से गोंडा जिले के निवासी पंकज ने अपना करियर अमर उजाला से शुरू किया। माखनलाल लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में परास्नातक पंकज ने काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारिता की और पंजाब केसरी के साथ काम करते हुए राष्ट्रीय राजनीति को कवर किया है। लेकिन मिट्टी की खुशबू लखनऊ खींच लाई और लोकमत अखबार से जुड़कर सूबे की सियासत कवर करने लगे। 2017 में पंकज ने प्रिंट मीडिया से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरफ रुख किया। उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित चैनल न्यूज वन इंडिया से जुड़कर पंकज ने प्रदेश की राजनीतिक हलचलों को करीब से देखा समझा। 2018 से मार्च 2021 तक जनतंत्र टीवी से जुड़े रहें। पंकज की राजनीतिक ख़बरों में विशेष रुचि है इसीलिए पत्रकारिता की शुरुआत से ही पॉलिटिकल रिपोर्टिंग की तरफ झुकाव रहा है। वह उत्तर प्रदेश की राजनीति की बारीक समझ रखते हैं।
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