; 12 साल में खंडहर बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन अब तक शुरु नहीं हुआ
12 साल में खंडहर बना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन अब तक शुरु नहीं हुआ

किशन कुमार। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दृष्टि से अमेठी कोतवाली एवं तहसील क्षेत्र अंतर्गत भेंटुआ ब्लॉक के ग्राम सभा लौकापुर में करोड़ों रुपए की लागत से बनकर तैयार होने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन की शुरुआत वर्ष 2008 में की गई । वर्ष 2008 से 2013 तक निर्माण कार्य करने वाली कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश जल निगम की प्रखंड 28 अयोध्या मंडल को 3 करोड़ 23 लाख रुपए का पेमेंट भी हो चुका था । बताते हैं कि निर्माण कार्य में और लापरवाही बरती गई तथा सरकारी पैसे का गबन भी किया गया । जिसके चलते परियोजना प्रबंधक ने तत्कालीन जेई के खिलाफ 20 मार्च 2015 को अमेठी कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया । तब से लेकर आज तक यह भवन जस का तस पड़ा हुआ है ।

करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद भवन अब देखरेख ना होने के चलते जर्जर स्थिति में आ रहा है और वह दिन दूर नहीं जब यह स्वयं भी गिर कर नष्ट हो जाएगा । ऐसे में सरकार की मंशा और जनता के पैसे दोनों पानी में बहते हुए दिखाई पड़ रहे हैं । सूत्रों की माने तो वर्ष 2019 में तत्कालीन जिलाधिकारी रहे प्रशांत शर्मा के द्वारा इस मामले में लिखा पढ़ी की गई थी । लेकिन तब से आज तक कोई भी पत्राचार नहीं किया गया है। संपूर्ण प्रकरण में जब अमेठी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष दुबे से बात की गई तब उन्होंने बताया कि भेंटुआ ब्लाक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मुख्य भवन बनकर तैयार हो गया है । उसके आवास की व्यवस्था तथा पानी इत्यादि की व्यवस्था होनी थी । अमेठी केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी का संसदीय क्षेत्र है। उनकी तरफ से भी इस मामले का कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। जबकि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के शुरू होने से आसपास के 100 गांवों के लोग लाभान्वित हो सकते हैं।

इसी बीच परियोजना प्रबंधक ने मार्च 2015 में विभागीय अभियंता के विरुद्ध गबन और अनुशासन तथा वित्तीय अनियमितता का मुकदमा कायम कराया था । यह अमेठी थाने में दर्ज है । जब तक इसमें जांच की कार्यवाही नहीं हो जाती तब तक इसमें कुछ हो पाना संभव नहीं है। इसकी कार्यवाही पूर्ण कराने के लिए कई बार विभाग और शासन को पत्र लिखा गया है । कार्यवाही चल रही है शीघ्र ही पूर्ण हो जाएगी । ऐसे में अभी कब तक यह चल पाएगी इसके जवाब में सीएमओ साहब ने कहा कि कुछ भी कयास लगाना संभव नहीं है। वहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वर्ष 2009 में बनकर तैयार हुआ है अर्थात पिछले 12 वर्षों से बनकर तैयार है ।

इसके बावजूद भी संचालित नहीं हो रहा है अगर इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित कर दिया जाता है तो इससे सैकड़ों गांव के लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रधान हो सकेगी जिससे लोग लाभान्वित होंगे।

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