कुछ दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह का ये कहना कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को बंगाल का ही एक स्थानीय चेहरा टक्कर देगा और हराएगा और अब मशहूर क्रिकेटर सौरव गाँगुली का बंगाल के राज्यपाल से मुलाक़ात करना काफ़ी कुछ संकेत दे रहा है.
हालांकि बीजेपी की ओर से काफी समय से सौरव गांगुली को अपने साथ लेने की तैयारी की जा रही थी और कोशिशें भी तेज़ कर दी गई थी लेकिन सौरव गांगुली की ओर से इंकार कर दिया गया था और कहा गया था कि वह सियासत के मैदान में नहीं उतरेंगे बल्कि क्रिकेट का मैदान ही उनके लिए बेहतर है. लेकिन अब जिस तरह से उन्होंने पश्चिम बंगाल के गवर्नर से मुलाकात की है उससे साफ इशारा मिल रहा है कि सौरव गांगुली अब सियासत के मैदान पर भी अपना हुनर दिखाने के लिए तैयार है.
हालांकि सौरव गांगुली ने गवर्नर के साथ मुलाकात को एक शिष्टाचार भेंट बताया है लेकिन सियासी हलकों में इसके काफी मायने निकाले जा रहे हैं. काबिले गौर है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के पास ममता को हराने के लिए कोई प्रभावी चेहरा नहीं है और ऐसे में सौरव गांगुली भाजपा के लिए एक मजबूत चेहरा हो सकते हैं और इसीलिए भाजपा की ओर से काफी पहले से सौरव गांगुली को अपने साथ लेने की कोशिश जारी है.
अब लगता है कि सौरव गांगुली भाजपा की ओर से पश्चिम बंगाल में सीएम पद के उम्मीदवार हो सकते हैं क्योंकि सौरव गांगुली पश्चिम बंगाल में एक लोकप्रिय चेहरा हैं. वैसे तो जब बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात करने के बाद सौरव गांगुली बाहर निकले तो पत्रकारों ने उनसे कई सवाल किए कि क्या वह सियासी मैदान में उतरने को तैयार है लेकिन सौरव गांगुली ने किसी भी तरह के सवालों का जवाब नहीं दिया और सिर्फ इतना कहा कि एक शिष्टाचार भेंट थी.दूसरी ओर राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि सौरव गांगुली के साथ उनकी कई मुद्दों पर चर्चा हुई. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सौरव गांगुली से मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की.