; मराठा आरक्षण मांग को लेकर मुंबई बंद, एक सिपाही की मौत, 9 घायल
मराठा आरक्षण मांग को लेकर मुंबई बंद, एक सिपाही की मौत, 9 घायल

तृप्ति रावत/ मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और महाराष्ट्र के कई इलाकों में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हिंसक प्रदर्शन किए जा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक सिपाही की मौत हो गई जबकि नौ लोग जख्मी है। मुंबई में सुबह कई जगहों पर बेस्ट बसों पर पथराव किया गया। कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है। औरंगाबाद में किसान जगन्नाथ सोनावने ने आरक्षण की मांग को लेकर जहर खा लिया। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई।

नवी मुंबई में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं। ठाणे और जोगेश्वरी में लोकल ट्रेनों को भी रोका गया। इस कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया था और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की।

महाराष्ट्र बंद का सबसे ज्यादा असर औरंगाबाद और आसपास के जिलों में देखने को मिला है। जहां कल आरक्षण के पक्ष में निकाले गए मार्च के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी। जहर खाने वाले दूसरे प्रदर्शनकारी की भी अस्पताल में मौत हो गई। इस शख्स का नाम जग्गनाथ सोणानने बताया जा रहा है।

ठाणे में कार्यकर्ताओं ने जबरदस्ती दुकानें बंद करवाईं। हालांकि, बांद्रा में मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों से हाथ जोड़कर बंद का पालन करते हुए दुकानें बंद करने की गुजारिश की। मराठा मोर्चा ने ऐलान किया है कि बंद के दौरान सड़कों पर साइकिल भी नहीं चलने देंगे। उनका कहना है कि बंद के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं होगी, ये बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा।

बंद की वजह से नवी मुंबई में लगभग सभी दुकानें बंद हैं। सड़कें पूरी तरह से खाली हैं, ऑटो-रिक्शा भी नहीं चल रहे हैं। बंद को देखते हुए मुंबई समेत कई दूसरे इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा ऐहतियातन मुंबई के भाजपा दफ्तर की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

बता दें कि इससे पहले मंगलवार को मराठा क्रांति मोर्चा ने महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बंद का ऐलान किया था। इस दौरान हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला था। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों और बसों को आग के हवाले कर दिया था। साथ ही कई जगहों पर चक्का जाम भी कर दिया था, जिससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ था।

मंगलवार को बंद के दौरान कई लोगों ने आत्महत्या की भी कोशिश की। इसके अलावा हिंसा में एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी की मौत हृदय गति रूक जाने की वजह से हुई। हालांकि मराठा मोर्चा ने लोगों से आत्महत्या न करने की अपील की है।

सांगली में राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने मराठा आरक्षण को लेकर कहा कि राज्य सरकार के जो भी बस में था उन्होंने किया। अब इस मामले पर अदालत फैसला करेगी। मंत्री ने कहा कि कुछ ‘पेड’लोग मराठा आंदोलन में घुस गए हैं।

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