; छात्रों में वैश्विक दृष्टिकोण का विकास आज की सर्वोपरि आवश्यकता - डा जगदीश गाँधी, संस्थापक, सीएमएस
छात्रों में वैश्विक दृष्टिकोण का विकास आज की सर्वोपरि आवश्यकता – डा जगदीश गाँधी, संस्थापक, सीएमएस

लखनऊ, 14 दिसम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजेन्द्र नगर (द्वितीय कैम्पस) के तत्वावधान में संयुक्त राष्ट्र संघ के ‘सस्टेनबल डेवलपमेन्ट कार्यक्रम’ पर आधारित दो-दिवसीय ‘वसुधा इण्टरनेशनल’ समारोह आज सम्पन्न हो गया। समापन अवसर पर आज सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी एवं कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती शमीम सिंह, प्रधानाचार्या, सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (द्वितीय कैम्पस) ने ‘वसुधा इण्टरनेशनल’ के उद्देश्यों पर पत्रकारों से विस्तार से चर्चा-परिचर्चा की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि छात्रों में वैश्विक दृष्टिकोण का विकास आज की सर्वोपरि आवश्यकता है। आज दुनिया का हर एक देश एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है, अतः यही सही समय है जब हमें भावी पीढ़ी को ‘विश्व नागरिक’ के तौर पर तैयार करने की आवश्यकता है। सी.एम.एस. का यह दो-दिवसीय ‘वसुधा इण्टरनेशनल’ समारोह इसी उद्देश्य को पूरा करने में सफल रहा है।

प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए ‘वसुधा इण्टरनेशनल’ की संयोजिका व सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (द्वितीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती शमीम सिंह ने बताया कि ‘वसुधा इण्टरनेशनल’ उद्देश्य देश-विदेश के छात्रों, किशोर व युवा पीढ़ी को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित ‘सतत् विकास’ के 17 लक्ष्यों में रचनात्मक भागीदारी हेतु प्रेरित करना है। इस अन्तर्राष्ट्रीय समारोह में देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने 45 दिनों के गहन चिन्तन व मनन के उपरान्त सामाजिक विकास के पाँच आवश्यक तत्वों कुटुम्ब (परिवार), ऊर्जा, वायु, वन एवं जल थीम पर गरीबी निराकरण, भुखमरी निराकरण, स्वास्थ्य, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लिंग असमानता, स्वच्छ ऊर्जा व स्वच्छ जलवायु, स्वच्छ जल, बायोडायवर्सिटी आदि विभिन्न लक्ष्यों पर प्रयोगात्मक स्तर, व्यावहारिक स्तर, सामुदायिक व सामाजिक स्तर पर शोध प्रस्तुत किया है।

दो-दिवसीय ‘वसुधा इण्टरनेशनल’ का समापन समारोह आज ऑनलाइन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित ‘सतत् विकास’ के 17 लक्ष्यों पर सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट प्रस्तुत करने वाले देश-विदेश के विजयी छात्रों को ‘जलवायु मित्र अवार्ड’, ‘ऊर्जा मित्र अवार्ड’, ‘वन मित्र अवार्ड’, ‘जन मित्र अवार्ड’, ‘वसुधा वीर अवार्ड’ आदि से सम्मानित किया गया। इस दो-दिवसीय समारोह में अमेरिका, इंग्लैण्ड, कुवैत, जार्जिया, जिम्बाव्वे, केन्या, मॉरीशस, जार्डन, मान्टनीग्रो एवं भारत के विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने प्रतिभाग किया।

ऑनलाइन समापन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों व उनके शिक्षकों के सम्मान में रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रस्तुतिकरण से इन्द्रधनुषी छटा बिखेरकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर ‘वसुधा इण्टरनेशनल’ के चेयरमैन, ब्रिटिश वैज्ञानिक व शिक्षाविद् डा. रोजर किंगडन, सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती निशा पाण्डेय, वाइस-चेयर, इण्डिया लिट्रेसी बोर्ड, सुश्री सुनीता गाँधी, सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट व मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने अपने विचार व्यक्त किये।

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