; सीडीएस बिपिन रावत की अंतिम यात्रा शुरू, अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ - Namami Bharat
सीडीएस बिपिन रावत की अंतिम यात्रा शुरू, अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़

तमिलनाडु के कुन्नूर में सबसे सुरक्षित चॉपर माना जाने वाले एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार सीडीएस बिपिन रावत समेत 13 लोग शहीद हो गए. आज उनकी शहीदों का अंतिम संस्कार होगा. इस हादसे में केवल एक व्यक्ति ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हैं.

1.सीडीएस बिपिन रावत का पार्थिव शरीर बरार स्क्वायर श्मशान घाट लाया गया है. अंतिम श्रद्धांजलि देने की प्रक्रिया जारी है.

2. सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. यहां इकट्ठा हुए लोगों ने बिपिन रावत को याद करते हुए नारे भी लगाए. जब तक सूरज-चांद रहेगा, बिपिन जी का नाम रहेगा.

3.सीडीएस बिपिन रावत का आज करीब पांच  बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा. बरार स्क्वेयर पर दी जाएगी 17 तोपों की सलामी

4.भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के सैन्य कमांडर शामिल होंगे.

5.सीडीएस की अंतिम विदाई पर भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि यह बेहद दुखद है। वे अपने क्षेत्र में अग्रणी थे क्योंकि उन्होंने ज्वाइंट डिफेंस अप्रोच की शुरुआत की, जो यूनाइटेड किंगडम में भी अपनाई जाती है। यह सही अप्रोच है। भारत ने एक महान नेतृत्व खोया है, जो दुखद है।

News Reporter
पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाली निकिता सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से ताल्लुक रखती हैं पिछले कुछ सालों से परिवार के साथ रांची में रह रहीं हैं और अब देश की राजधानी दिल्ली में अपनी सेवा दे रहीं हैं। नेशनल ब्रॉडकास्टिंग अकादमी से पत्रकारिता में स्नातक करने के बाद निकिता ने काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के न्यूज़ पोर्टल्स में काम किया। उन्होंने अपने कैरियर में रिपोर्टिंग से लेकर एंकरिंग के साथ-साथ वॉइस ओवर में भी तजुर्बा हासिल किया। वर्त्तमान में नमामि भारत वेब चैनल में कार्यरत हैं। बदलती देश कि राजनीती, प्रशासन और अर्थव्यवस्था में निकिता की विशेष रुचि रही है इसीलिए पत्रकारिता की शुरुआत से ही आम जन मानस को प्रभावित करने वाली खबरों पर पैनी नज़र रखती आ रही हैं। बेबाकी से लिखने के साथ-साथ खाने पीने का अच्छा शौक है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में योगदान जारी है।
error: Content is protected !!