बॉम्बे हाईकोर्ट का आदेश- 22 दिसंबर से पहले मुंबई पुलिस के सामने पेश हों अभिनेत्री, जानें क्या है पूरा मामला

अभिनेत्री कंगना रणौत के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें 22 दिसंबर से पहले मुंबई पुलिस के सामने पेश होने को कहा है। दरअसल अभिनेत्री ने सरकार की ओर से कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा था कि, ‘खालिस्तानी आतंकवादियों ने भले ही आज सरकार की बांह मरोड़ दी हो लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक महिला प्रधानमंत्री ने इन्हें कुचल दिया था. चाहे इसकी वजह से देश को कितना भी कष्ट क्यों न हुआ हो।’

इस बयान के बाद कंगना के खिलाफ कई जगह प्राथमिकी दर्ज हुई थी। लोगों का कहना था कि कंगना नफरत की फैक्ट्री बन चुकी हैं। हम इंस्टाग्राम पर ऐसे नफरत भरे पोस्ट करने के लिए सरकार से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग करते हैं कंगना की सिक्योरिटी और पद्मश्री को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। 

बॉलिवुड अभिनेत्री कंगना रणौत अपने विवादित बयानों की वजह से हमेशा चर्चा में रहती हैं। इससे पहले जब वह पंजाब में थीं तब कीरतपुर में प्रदर्शनकारी किसानों ने उनकी कार को रोक लिया। इन प्रदर्शनकारियों के हाथों में झंडे थे और ये नारेबाजी कर रहे थे। इन्होंने किसानों और कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करने वालों के खिलाफ बयानबाजी के लिए कंगना से माफी की मांग की। तनाव बढ़ता देख मौके पर भारी पुलिस बल भी बुला लिया गया। काफी देर हंगामा होता रहा। करीब दो घंटे बाद आखिरकार कंगना ने माफी मांगी जिसके बाद किसानों ने उन्हें जाने दिया। 

News Reporter
पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाली निकिता सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से ताल्लुक रखती हैं पिछले कुछ सालों से परिवार के साथ रांची में रह रहीं हैं और अब देश की राजधानी दिल्ली में अपनी सेवा दे रहीं हैं। नेशनल ब्रॉडकास्टिंग अकादमी से पत्रकारिता में स्नातक करने के बाद निकिता ने काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के न्यूज़ पोर्टल्स में काम किया। उन्होंने अपने कैरियर में रिपोर्टिंग से लेकर एंकरिंग के साथ-साथ वॉइस ओवर में भी तजुर्बा हासिल किया। वर्त्तमान में नमामि भारत वेब चैनल में कार्यरत हैं। बदलती देश कि राजनीती, प्रशासन और अर्थव्यवस्था में निकिता की विशेष रुचि रही है इसीलिए पत्रकारिता की शुरुआत से ही आम जन मानस को प्रभावित करने वाली खबरों पर पैनी नज़र रखती आ रही हैं। बेबाकी से लिखने के साथ-साथ खाने पीने का अच्छा शौक है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में योगदान जारी है।
error: Content is protected !!