; तीन बार के विधायक 58 वर्षीय चरणजीत सिंह चन्नी ,बने पंजाब के पहले दलित सिख मुख्यमंत्री। - Namami Bharat
तीन बार के विधायक 58 वर्षीय चरणजीत सिंह चन्नी ,बने पंजाब के पहले दलित सिख मुख्यमंत्री।

आकाश रंजन: बीते रविवार का दिन चंडीगढ़ में उथल-पुथल वाला रहा, चन्नी पहले डिप्टी सीएम पद के लिए होड़ में थे। इससे पहले कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को मुख्यमंत्री के रेस में आगे माना जा रहा था। दोपहर में राज्य के कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और रंधावा के बीच नोक झोक कि खबरें सामने आने लगी। सिद्धू के जोरदार विरोध के बाद रंधावा के नाम को अंतिम रूप दे दिया गया। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी एक दलित सिख को मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित करने के लिए सहमत हो गयी और चन्नी के नाम की पुष्टि की गई। चन्नी ने सोमवार सुबह को अपनी मंत्रिमंडल के साथ शपथ ली। 

बता दे कि चन्नी उन चार कैबिनेट मंत्रियों में शामिल थे, जिन्होंने उस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, जिसके कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

कौन है चरणजीत सिंह चन्नी

रूपनगर जिले के चमकौर साहिब क्षेत्र के विधायक चन्नी खुद को शिक्षित करने के लिए जाने जाते हैं। पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से कानून में स्नातक और पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय, जालंधर से एमबीए किया है। चन्नी ने विपक्ष के नेता रहते हुए राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री पूरी की और वर्तमान में पीएचडी कर रहे हैं। राजनीति और पढ़ाई के अलावा चन्नी ने भांगड़ा और हैंडबॉल में भी काफी सक्रिय रहे। हैंडबॉल में तीन बार पीयू का प्रतिनिधित्व भी किया है।

वह पहली बार 2007 में निर्दलीय विधायक बने, जब कांग्रेस ने उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने 2012 में फिर से जीत हासिल की, लेकिन इस बार कांग्रेस के टिकट पर और फिर 2017 में भी जीते। रामदसिया सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले चन्नी 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। उन्होंने राज्य में निजी विश्वविद्यालयों के बनने का विरोध किया था। 

विनम्र कहे जाने वाले चन्नी चमकौर साहिब के मकरोना कलां गांव के एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उनका परिवार काम की तलाश में मलेशिया चला गया, लेकिन खरड़ लौट आया और एक टेंट हाउस शुरू किया जिसमें उन्होंने काम किया। उनके पिता हरसा सिंह गांव के सरपंच थे और चन्नी उनके पीछे-पीछे ही राजनीति में आए।

मी टू में भी फस चुके है चन्नी

चन्नी के खिलाफ 2018 में एक महिला भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी को कथित रूप से एक अनुचित मैसेज भेजने का आरोप लग चूका है।  महिला ने कभी शिकायत दर्ज नहीं की और चन्नी ने तब कहा था कि मामला हल हो गया है। लेकिन इस साल मई में मामला फिर सामने आया जब पंजाब महिला आयोग ने राज्य सरकार को नोटिस भेजकर आरोप पर जवाब मांगा।

ज्योतिष में रखते है पूरा विश्वास 

चन्नी के दोस्तों का कहना है कि वह राजनीति में चमकते रहने के लिए अजीब अजीब चीजें करते रहते हैं। 2017 में कैबिनेट में शामिल होने के कुछ दिनों बाद, चन्नी को एक ज्योतिषी ने सलाह दी कि अपने घर में पूर्व की दिशा से प्रवेश किया करे। जिसके बाद चन्नी ने चंडीगढ़ के सेक्टर 2 में अपने आधिकारिक आवास के बाहर एक पार्क से अवैध रूप से सड़क का निर्माण कर लिया। लेकिन कुछ ही घंटों के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने सड़क को तोड़ दिया।

एक दफा उन्होंने अपने ज्योतिषी की सलाह पर अपने घर के लॉन में एक हाथी की सवारी की। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं थी। 

2018 के एक वायरल वीडियो में चन्नी ने दो प्रत्याशियों में से सही उम्मीदवार का चयन करने की लिए टॉस किया था। सिक्का उछाल कर फैलसा करने को लेकर चन्नी चर्चा में थे।

News Reporter
Akash has studied journalism and completed his master's in media business management from Makhanlal Chaturvedi National University of journalism and communication. Akash's objective is to volunteer himself for any kind of assignment /project where he can acquire skill and experience while working in a team environment thereby continuously growing and contributing to the main objective of him and the organization. When he's not working he's busy reading watching and understanding non-fictional life in this fictional world.
error: Content is protected !!