‘नारी’ मानव जाति की रचनाकार! -डॉ जगदीश गाँधी

‘नारी’ मानव जाति की रचनाकार! -डॉ जगदीश गाँधी

March 7, 2022

(1) स्त्री के बिना परिवार, समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव नहीं है :- अपने जन्म के पहले से ही अपने अस्तित्व की लड़ाई को लड़ती हुई नारियां इस धरती पर जन्म लेने के बाद भी अपनी सारी जिंदगी संघर्षों एवं मुश्किलों…

जिन्दगी एक भोर है सूरज की तरह प्रकाश बिखेरते रहे! डॉ. जगदीश गाँधी

जिन्दगी एक भोर है सूरज की तरह प्रकाश बिखेरते रहे! डॉ. जगदीश गाँधी

October 15, 2021

(1) सूरज की तरह प्रकाश बिखेरते रहे :-      होके मायूस ना यूँ शाम की तरह ढलते रहिए, जिन्दगी एक भोर है सूरज की तरह प्रकाश बिखेरते रहे। ठहरोगे एक पाँव पर तो थक जाओगे, धीरे-धीरे ही बेशक, सही राह पर चलते…

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