; भारत सरकार के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय बैंकिंग इंस्टीट्यूट एंड लर्निंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर होलिस्टिक एस्पिरेशन ऑफ मदर्स का वित्त पोषण कर रहा है - Namami Bharat
भारत सरकार के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय बैंकिंग इंस्टीट्यूट एंड लर्निंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर होलिस्टिक एस्पिरेशन ऑफ मदर्स का वित्त पोषण कर रहा है

बिल्चम (बीआईएलसीएचएएम) की स्थापना 25 अक्टूबर, 2006 को सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1983 के तहत पश्चिम गारो पहाड़ी सामुदायिक संसाधन प्रबंधन सोसायटी/एनईआरसीओआरएमपी के अंतर्गत जिला स्तर पर एक शीर्ष संघ के रूप में की गई थी। ग्रामीण समुदाय की आजीविका के लिए आईएफएडी, उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय/एनईसी और भारत सरकार इसका वित्त पोषण करती है।

बिल्चम अब उन सबसे गरीब लोगों के लिए आजीविका की व्यवस्था और ऋण प्रदान करता है, जो पहले इन सारी सुविधाओं से वंचित थे। बिल्चम, उन स्वंय सहायता समूह (एसएचजी) संघों के जरिए स्वतंत्र रूप से पूरे पश्चिम गारो पहाड़ी और पूर्व व दक्षिण गारो पहाड़ी के कुछ हिस्सों में अपनी सेवाएं प्रदान करता है, जो उस बोर्ड के भी सदस्य हैं जो ऋणों की जांच, मंजूरी और वसूली के लिए जिम्मेदार है।

समय गुजरने के साथ-साथ, ऋण प्राप्त करने में आसानी और स्वामित्व की भावना के चलते इस संस्थान ने गांव के गरीब लोगों के बीच जबरदस्त लोकप्रियता और मान्यता प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप सभी तिमाहियों में इसका अच्छा प्रदर्शन रहा है।

News Reporter
पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाली निकिता सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से ताल्लुक रखती हैं पिछले कुछ सालों से परिवार के साथ रांची में रह रहीं हैं और अब देश की राजधानी दिल्ली में अपनी सेवा दे रहीं हैं। नेशनल ब्रॉडकास्टिंग अकादमी से पत्रकारिता में स्नातक करने के बाद निकिता ने काफी समय तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के न्यूज़ पोर्टल्स में काम किया। उन्होंने अपने कैरियर में रिपोर्टिंग से लेकर एंकरिंग के साथ-साथ वॉइस ओवर में भी तजुर्बा हासिल किया। वर्त्तमान में नमामि भारत वेब चैनल में कार्यरत हैं। बदलती देश कि राजनीती, प्रशासन और अर्थव्यवस्था में निकिता की विशेष रुचि रही है इसीलिए पत्रकारिता की शुरुआत से ही आम जन मानस को प्रभावित करने वाली खबरों पर पैनी नज़र रखती आ रही हैं। बेबाकी से लिखने के साथ-साथ खाने पीने का अच्छा शौक है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में योगदान जारी है।
error: Content is protected !!