
मनोज श्रीवास्तव/आज़मगढ़।कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी बुधवार को आज़मगढ़ के बिलरिया गंज पहुंची। यहां उन्होंने पिछले दिनों सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर हुए पुलिसिया बर्बरता की शिकार लोगों से मुलाक़ात किया। पिछले दिनों यहां के लोगों ने स्थानीय सांसद व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ पोस्टर लगा कर गुस्सा प्रकट किया था। प्रियंका वाड्रा सपा मुखिया अखिलेश के प्रति उपजे गुस्से का फायदा उठाने के लिए इनके बीच चली आयीं। बता दें कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में लगातार प्रदेश सरकार की खमिंयाँ खोज कर अपनी राजनैतिक धाक स्थापित करने के लिये जद्दोजहद कर रही हैं। आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसद हैं और इस घटना के बाद से उन्हें आज़मगढ़ आने की मांग उठ रही है।उनके खिलाफ लापता होने के पोस्टर भी आज़मगढ़ में चस्पा किये गए हैं। फिर अखिलेश यादव यहां झांके तक नहीं। उसी समय दोका सामना ने लिखा था कि आजमगढ़ अखिलेश यादव के प्रति उपजे गुस्से को भुनाने प्रियंका वाड्रा आजमगढ़ आ सकती हैं। प्रियंका के आज़मगढ़ पहुंचने से यहां की राजनीति गरमा गई है ।प्रियंका गांधी ने बिलरिया गंज पहुंच कर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने में बैठी महिलाओं पर हुए लाठीचार्ज में घायल प्रदर्शनकारियों से मुलाकात किया। माना जा रहा है कि कांग्रेस अब अखिलेश यादव के गढ़ में सियासी सेंधमारी की कोशिश कर रही है। प्रियंका वाड्रा संत रविदास की जयंती के अवसर पर पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी गई थीं। दिल्ली के शाहीन बाग की ही तरह आजमगढ़ के मौलाना जौहर पार्क बिलरियागंज में सीएए के खिलाफ धरना-प्रदर्शन चल रहा है! बीते दिनों आंदोलनकारियों को पुलिस ने खदेड़ दिया था। इसके साथ ही कई प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे दर्ज किए गए थे और कई को जेल में बंद कर दिया था। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने जेल में बंद प्रदर्शनकारियों से भी मुलाकात कर प्रियंका को आजमगढ़ बुला लिया।उत्तर प्रदेश में सीएए और एनआरसी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों पर हुई पुलिस कार्यवाही के खिलाफ प्रियंका गांधी वाड्रा मुखर हो कर योगी सरकार पर हमलावर हैं। इससे पहले वो बिजनौर, मेरठ, मुज़फ्फरनगर और लखनऊ में पुलिसिया बर्बरता के शिकार लोगों से मुलाक़ात कर चुकी हैं ।बीते दिनों राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी पहुंची थीं। इस शिकायत पर एनएचआरसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भी जारी किया है।