; आम आदमी पार्टी है आरएसएस की पैदाईश-शर्मिष्ठा मुखर्जी
आम आदमी पार्टी है आरएसएस की पैदाईश-शर्मिष्ठा मुखर्जी

नई दिल्ली, 24 सितम्बर, 2018 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि आप पार्टी की दिल्ली विधानसभा में2015 की ऐतिहासिक जीत के पश्चात कश्मीर से कन्याकुमारी तक आप पार्टी समस्त भारत में चुनाव लड़ रही है जिसके लिए इनके पास पैसा कहां से आ रहा है। जबकि चुनाव आयोग ने दो बार आम आदमी पार्टी को अपने पैसे का स्रोत बताने नोटिस भी जारी किए है क्योंकि चुनाव आयोग ने यह पाया था कि आप पार्टी के खातों में चंदे को लेकर पारदर्शिता नही थी।   शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि वर्ष 2015 में 70 में से 67 सीट जीतने के पश्चात वे केवल बवाना का उप चुनाव ही जीत पाए हैं और राजौरी गार्डन विधानसभा के उप चुनाव में तो उनकी जमानत तक जब्त हो गई थी। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में अभी हाल ही में हुए छात्र संघ के चुनाव में आम आदमी पार्टी के विद्यार्थी संगठन सीवाईएसएस ने कम्यूनिस्ट पार्टियों के संगठनों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें केवल12 प्रतिशत वोट ही मिल पाए जबकि नोटा को 11 प्रतिशत मिले थे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के विद्याथी संगठन सीवाईएसएस का कम्यूनिस्ट संगठनों के साथ मिलकर कांग्रेस के विद्यार्थी संगठन एनएसयूआई से बहुत कम वोट का प्रतिशत आया था क्योंकि एनएसयूआई को 28 प्रतिशत वोट मिला था। संबधित दस्तावेज संलग्न है।

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय माकन ने बार-बार यह दोहराते हुए तथ्यों के साथ सिद्ध किया है कि आम आदमी पार्टी आरएसएस की पैदाईश है जिसको केवल कांग्रेस के वोट बैंक में सैंध लगाने के लिए खड़ा किया गया है।  उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पानी के बुलबुले की तरह है जो किसी भी समय फूट सकता है अर्थात यह पार्टी खत्म हो जाएगी।

प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शर्मिष्ठा मुखर्जी के साथ अ0भा0क0कमेटी के सचिव व दिल्ली प्रभारी कुलजीत सिंह नागरा, वरिष्ठ नेता चतर सिंह व मुख्य मीडिया कॉआर्डिनेटर मेहदी माजिद मौजूद थे।

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि आम आदमी पार्टी भाजपा की बी टीम है क्योंकि उनको यह पता है कि वे जीत नही सकते फिर पूरे हिन्दुस्तान में कांग्रेस का वोट काटने के लिए चुनाव लड़ते है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा की जीत के बाद आप पार्टी पंजाब में केवल 20 विधानसभा सीट जीत पाई और लोकसभा में4 सीटे जीत पाई थी। उन्होंने कहा कि पूरे देश में चुनाव लड़ने के लिए पैसा कहा से आ रहा है। उन्होंने कहा कि या तो आप पार्टी सीटे बेच रही है या दिल्ली के विकास के पैसे को चुनाव में लगा रही है क्योंकि दिल्ली का विकास रुका हुआ है जब से आप पार्टी सता में आई है।

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि पंजाब जिला परिषद व पंजाब पंचायत समिति चुनाव में आप पार्टी 4 लोकसभा सीटों पर सिर्फ एक लोकसभा में 3 सीट ही जीत पाई है बाकी पर कोई सीट नही जीत पाई।  शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि भाजपा और आप पार्टी कांग्रेस को सत्ता से दूर करने के लिए एक दूसरे की मदद कर रही है। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने दिल्ली में आप पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि जब राष्ट्रपति ने इन 20 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया था तो उन्होंने दिल्ली में चुनाव क्यों नही कराए। क्योंकि दिल्ली में 20 सीटों पर उप-चुनाव न कराया जाना भाजपा और आप पार्टी दोनो के लिए फायदे का सौदा है क्योंकि दोनो की साख दिल्ली में बुरी तरह गिरी है।

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की राज्य दर राज्य में हुई बुरी हार के बावजूद भी राज्यों में चुनाव लड़ रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आप पार्टी ने कर्नाटका विधानसभा चुनाव में 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, सभी पर जमानत जब्त हुई। इसी प्रकार उन्होंने गुजरात में 39 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी पर जमानत जब्त हुई। उन्होंने कहा कि गोवा में आप पार्टी ने 39 सीटों पर चुनाव लड़ा जिसमें 38 पर जमानत जब्त कराई। इसी प्रकार नार्थ ईस्ट में9 सीटों पर चुनाव लड़ा और 8 पर जमानत जब्त कराई। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि आप पार्टी तेलंगाना के विधानसभा चुनाव भी लड़ेगी ताकि कांग्रेस के वोट काट सके।

अ0भा0क0कमेटी के सचिव व दिल्ली प्रभारी कुलजीत सिंह नागरा ने कहा कि पंजाब में जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव में आप पार्टी के चार संसदीय क्षेत्र जीतने के बावजूद सिर्फ एक संसदीय क्षेत्र में 3 सीटे ही जीते है। उन्हांने कहा कि पंजाब के विधानसभा चुनाव में आप पार्टी 100 सीटे जीतने का दावा करने के बावजूद सिर्फ 20 सीटों पर सिमट कर रह गई, जबकि पंजाब में आप पार्टी 4 संसदीय सीटें जीती थी। उन्होंने कहा कि पंजाब में आप पार्टी की आपसी लड़ाई इससे साफ जाहिर होती है कि वह पंजाब विपक्ष में होने के बाद सिर्फ सवा साल में ही तीन विपक्ष के नेताओं को बदल चुकी है। श्री नागरा ने कहा कि आप पार्टी ने पंजाब में सिक्ख हार्डलाईनर से गठबंधन किया जो कि कनाडा, अमेरिका, न्यूजीलैंड आदि के है और जिनको पैसा पाकिस्तान के आईएसआई से मिलता है। उन्होंने कहा कि अमृतसर, जालंधर और पटियाला में निगम चुनाव में खाली हाथ रहने के बाद आप पार्टी जिला परिषद चुनाव में सिर्फ 4 लोकसभा सीटें जो आप पार्टी के पास है वहां सिर्फ संगरुर लोकसभा जिसके भगवंत मान सांसद है वहां से पंचायत समिति की  केवल 3 सीट ही जीत पाई है और फतेहगढ़ साहिब लोकसभा से हरिन्द्र सिंह खालसा, पटियाला से धर्मवीर गांधी और फरीदकोट लोकसभा से साधू सिहं सांसद है, वहां से एक भी सीट नही जीत पाए। उन्होंने पूछा कि आप पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए फंड को कहां से मिल रहा है।

वरिष्ठ नेता  चतर सिंह ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप पार्टी को मिली अभूतपूर्व जीत के बाद उसके वोट प्रतिशत में लगातार गिरावट आ रही है,जबकि कांग्रेस पार्टी का वोट प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में आप पार्टी के विद्यार्थी संगठन सीवाईएसएस ने कम्यूनिस्ट पार्टियों के संगठनों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें केवल 12 प्रतिशत वोट ही मिल पाए जबकि नोटा को 11 प्रतिशत मिले थे। जबकि कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई को 28 प्रतिशत वोट मिला है।

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