; परिणय पौध लगाकर वर-वधु ने की जिंदगी के सफर की शुरुआत
परिणय पौध लगाकर वर-वधु ने की जिंदगी के सफर की शुरुआत

गोंडा।अक्षय तृतीया पर लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता की पुत्री प्रीती गुप्ता निवासी रानी बाज़ार का परिणय आलोक कुमार गुप्ता के साथ हुआ । लेकिन इस शादी में कुछ खास हुआ। शादी के अवसर पर जयमाल के बाद मिट्टी के गमले में प्रतीक रूप में पर्यावरणविद सन्तोष बाजपेयी के मार्गदर्शन में राजा मैरिज हाल गोंडा में आम का पौधा  रोपित किया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया। यही नहीं इस परिणय पौध को उपयुक्त स्थान पर रोपित कर दिया जाएगा और हर तीन महीने में वर वधु इस पौधे के साथ सेल्फी लेकर शेयर भी करेंगे । 

पर्यावरण संरक्षक संतोष बाजपेयी ने कहा कि अब लोग अपने शुभ दिनों पर पौधरोपण करने के अभियान में शामिल होने लगे है। इस विवाह समारोह में रिश्तेदार तथा उपस्थित सभी लोगों ने भी अपने बच्चों के साथ शुभ अवसरों पर पौध रोपित करने का संकल्प लिया। सन्तोष बाजपेयी लोगों को जन्म दिन शादी के समय शुभ अवसरों पर पौध लगाने का अभियान चला रहे हैं। और इस तरह से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करते हैं।

शुभ अवसरों पर पौध लगाने की शुरुआत से अब वृक्षारोपण संस्कार के रूप में अपनाया जाने लगा है। यही सपना वृक्ष मित्र नाम से मशहूर सन्तोष बाजपेयी ने देखा है। 3 जून 1990 से जीवन बचाओ आंदोलन सन्तोष कुमार बाजपेयी के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है जिसका उदद्देश्य  मानव में हीन हो रही पर्यावरण संवेदना को समाज के प्रत्येक नागरिक में जाग्रत करना।

संतोष ने पर्यावरण संरक्षण का अभिनव अभियान 30 जून 2001 को अपनी शादी में परिणय पौध लगाने के साथ शुरू किया था। यह आज भी जारी है। वह जहां भी परिणय संस्कार में जाते हैं, अपने खर्च पर आम के पौधे लगवाते हैं। कोई सूचित करता है तो वहां भी पौधे लेकर पहुंच जाते हैं। मांगलिक कार्यक्रमों से जुड़ी स्मृतियों को संजोने के लिए वह संस्कार स्मृति वाटिका की स्थापना भी करा रहे हैं।

परिणय पौध के लिए श्री बाजपेयी को २००२ का इन्द्रा प्रियदर्शनी वृक्ष मित्र राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। शादी समारोह में वर पक्ष कन्या पक्ष  के लोग गोंडा के जीवन बचाओ आंदोलन के मडंल  प्रभारी सुदीप जायसवालने परिणय पौध की लगाने की संरचना की दोनों पक्षों के लोगों ने इस परिणय पौध अभियान की सराहना की।

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