नई दिल्ली। दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली के लोग मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से पूरी तरह निराश हैं क्योंकि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के माध्यम से अपनी शक्तियों का ज्ञान होते हुये भी उन्होंने प्रशासनिक व्यवस्था को निर्थक बना दिया है और जनता को पानी तथा बिजली की सप्लाई प्रभावी रूप से करने की जगह सरकारी अधिकारियों के स्थानान्तरण और तैनाती की शक्तियों की मांग करते हुये एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल लगभग 40 महीनों से सत्ता में हैं और लगभग 15 महीनों से दिल्ली जल बोर्ड के प्रभारी मंत्री हैं और जिस प्रकार उन्होंने कोरेनेशन पार्क के अपने दौरे में आज जल के बेहतर प्रबंधन और दिल्ली में जल संग्रहण के विषय पर विचार रखे, पता चलता है कि वह अब तक अपनी जिम्मेदारियों से जानबूझ कर बचते रहे।
जल बोर्ड ही एक ऐसा विभाग है जो सीधे मुख्यमंत्री के अधीन है और अपना भोलापन दिखाते हुये उन्होंने जल संग्रहण पर अपने विचार व्यक्त किये जिससे लोगों को यह पता चल गया कि अरविन्द केजरीवाल ने तीन वर्ष से अधिक का कीमती समय बर्बाद किया है। यदि केजरीवाल ने भूमि जल स्तर को जल संग्रहण द्वारा बढ़ाने के लिए गंभीरता से काम किया होता और पानी-बिजली सप्लाई पर समर एक्शन प्लान बनाया होता तो दिल्ली के लोग इस भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से बच गये होते।
तिवारी ने कहा है कि भाजपा निरंतर यह कहती रही है और अब दिल्ली का प्रत्येक नागरिक इस बात पर विश्वास करता है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल पानी और बिजली की सप्लाई के मुद्दे पर जानबूझकर अपनी जिम्मेदारियों से बचते रहे हैं जबकि दिल्ली में पानी और बिजली की उपलब्धता पर्याप्त है।